बिहार में अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई रुकी, 4 मरीजों की मौत

शुरुआत जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया

सुबह-सुबह एक ही अस्पताल से चार मौतों की खबर आई। वो भी ICU में भर्ती मरीज, जिनकी ज़िंदगी सिर्फ एक ऑक्सीजन सिलेंडर पर टिकी थी। पर जब जरूरत पड़ी, तब ऑक्सीजन ही नहीं मिला। क्या ये सिर्फ एक तकनीकी खराबी थी? या फिर एक लापरवाह सिस्टम की असली तस्वीर?

क्या हुआ उस रात?

DMCH (दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) में ICU में भर्ती 4 मरीजों की हालत नाजुक थी। ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो चुका था। नया सिलेंडर आने में देर हो गई। इस देरी ने चार जिंदगियों को छीन लिया।

पहला सिलेंडर खत्म होने के बाद दूसरा वक्त पर नहीं आया

मरीजों ने दम तोड़ा, अस्पताल के कर्मचारी चुप थे

परिजनों की चीखें सुनाई देती रहीं, पर कुछ नहीं बदला

प्रशासन की कार्रवाई

घटना के बाद स्वास्थ्य प्रशासन हरकत में आया। ICU स्टाफ को निलंबित किया गया और तत्काल जांच के आदेश दिए गए।
अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि उन्होंने सीनियर अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टर मरीज का इलाज करते हुए – सरकारी अस्पताल की लापरवाही से मौतों की त्रासदी के बीच चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल

सवाल उठते हैं…

जब पता था ICU में ऑक्सीजन सीमित है, तो स्टॉक क्यों नहीं बढ़ाया गया?

क्या रात में मरीजों की निगरानी सही से हो रही थी?

क्या ये चार मौतें बचाई जा सकती थीं?

इन सवालों के जवाब जरूरी हैं, ताकि आगे ऐसा न हो।

परिवार वालों का दर्द

“मेरी माँ को बस थोड़ी देर और ऑक्सीजन मिल जाती, तो वो आज जिंदा होती…”
“पापा को हम खुद ऑक्सीजन सिलेंडर लाने गए थे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी…”

ऐसी बातें सुनकर कोई भी इंसान अंदर से टूट जाता है।

क्या यह सिस्टम की हार नहीं है?

यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। देश के कई हिस्सों में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम कभी इससे सबक लेंगे? क्या हर मौत के बाद सिर्फ जांच और सस्पेंशन ही काफी है?

हमें जवाब चाहिए। इंसाफ चाहिए। और सबसे ज़रूरी—ज़िंदगी बचाने वाला सिस्टम चाहिए।

ICU में ऑक्सीजन मास्क लगाए मरीज़ की देखभाल करता डॉक्टर – सरकारी अस्पताल की लापरवाही से जुड़ी मौतों की चिंताजनक स्थिति

FAQs

Q1. क्या ये घटना अभी की है?
हाँ, यह हाल की घटना है जिसमें चार मरीजों की जान गई।

Q2. क्या प्रशासन ने कार्रवाई की?
हां, स्टाफ को सस्पेंड किया गया और जांच शुरू हुई।

Q3. क्या ये पहली बार हुआ है?
नहीं, पहले भी ऐसे मामले देश में कई बार सामने आए हैं।

Q4. इससे क्या सीखा जा सकता है?
सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की सही व्यवस्था और समय पर आपूर्ति ज़रूरी है।

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