26 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर बड़ी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स लगभग 1,100 अंक और निफ्टी 320 अंक तक लुढ़क गया। इस गिरावट से निवेशकों के लगभग 3 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप से उड़ गए।
गिरावट के पीछे की बड़ी वजहें:
विदेशी बाजारों में कमजोरी: अमेरिका और एशिया के बाजारों में मंदी का असर भारत पर भी पड़ा।
क्रूड ऑयल की कीमतें: कच्चे तेल के दाम में तेजी से निवेशकों में घबराहट फैली।
FII की बिकवाली: विदेशी निवेशकों ने भारी मात्रा में शेयर बेचे।
RBI की ब्याज दरों पर सख्त संकेत: आगे और महंगाई रोकने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।

अब निवेशक क्या करें?
- पैनिक न करें: गिरावट के समय में घबराकर शेयर बेचने की गलती न करें।
- अच्छे स्टॉक्स पर नज़र रखें: मजबूत कंपनियों के स्टॉक्स कम दाम पर मिल सकते हैं – ये निवेश का सही मौका हो सकता है।
- SIP चालू रखें: लॉन्ग टर्म में SIP सबसे अच्छा साबित हो सकता है।
- विशेषज्ञ की सलाह लें: बिना रिसर्च के ट्रेडिंग न करें, एक्सपर्ट की सलाह पर निवेश करें।
किन सेक्टर्स में गिरावट ज्यादा रही?
बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर: सबसे ज्यादा नुकसान PSU बैंकों को हुआ।
IT सेक्टर: टेक कंपनियों के शेयर भी कमजोर दिखे।
मेटल सेक्टर: वैश्विक मंदी के डर से मेटल स्टॉक्स गिरे।
शेयर बाजार में गिरावट निवेश के लिए एक मौका भी हो सकती है, बशर्ते निवेश सोच-समझकर और धैर्य से किया जाए। अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो इस तरह की गिरावट से घबराने की ज़रूरत नहीं है।
यह भी पढ़ें: शेयर बाजार में जोखिम को कैसे कम करें? जानिए विशेषज्ञों के 7 आसान टिप्स
शेयर बाजार में नए लोगों के लिए गाइड: कैसे करें सुरक्षित शुरुआत?
2025 में सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाले 10 बिजनेस आइडिया
फेक वीडियो और AI-Generated कंटेंट: कैसे पहचानें असली और नकली में फर्क?
साइबर अटैक से कैसे बचें? अपनाएं ये 7 जरूरी सेफ्टी टिप्स
ऐसी ही सच्ची और सटीक खबरें पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहिए SochVimarsh के साथ — आपका अपना भरोसेमंद समाचार मंच।