बीते कुछ दिनों में पश्चिम एशिया का माहौल बुरी तरह तनावपूर्ण हो गया है। ईरान और इज़रायल के बीच का पुराना टकराव अब खुलकर सामने आ गया है। दोनों देशों की सेनाएँ एक-दूसरे पर हमले कर रही हैं। मिसाइलें दागी जा रही हैं, ड्रोन हमले किए जा रहे हैं, और आम जनता डरी हुई है।
हाल ही में इज़रायल के एक बड़े शहर में धमाके की खबर आई, जिसमें कुछ आम लोग घायल हुए। इधर ईरान का कहना है कि उसके ऊपर भी इज़रायली वायुसेना ने रात में हमला किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण ठिकाने तबाह हुए। इन घटनाओं के बाद माहौल और गर्म हो गया है।

दुनिया की बड़ी शक्तियाँ भी अब चिंता में हैं। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अमेरिका, रूस और चीन जैसे देश हालात पर नज़र रखे हुए हैं। वहीं, गल्फ देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है।
इस लड़ाई का असर सिर्फ इन दो देशों तक सीमित नहीं है। तेल की कीमतें बढ़ने लगी हैं, शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है, और पूरी दुनिया में अस्थिरता का माहौल बन गया है। भारत समेत कई देश इस स्थिति से चिंतित हैं क्योंकि इसका सीधा असर उनकी अर्थव्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा पर पड़ सकता है।
लोग सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो और तस्वीरें साझा कर रहे हैं। किसी वीडियो में बमबारी के बाद धुआं उठता दिख रहा है, तो कहीं बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। अस्पतालों में घायलों की संख्या बढ़ रही है, और दवाओं की कमी भी सामने आ रही है।

ऐसे समय में पूरी दुनिया की निगाहें इन दो देशों पर हैं। अगर यह संघर्ष और गहरा हुआ, तो यह सिर्फ एक क्षेत्रीय टकराव नहीं रहेगा — यह एक वैश्विक संकट में बदल सकता है।