दिल्ली में भीषण गर्मी, स्कूलों के समय में बदलाव

दिल्ली में जून महीने की गर्मी इस साल अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ती नज़र आ रही है। आज राजधानी का तापमान दोपहर में 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए हालात मुश्किल हो गए हैं। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों के समय में तत्काल बदलाव की घोषणा की है।

अब स्कूल सुबह 7 बजे शुरू होकर 11 बजे तक ही संचालित होंगे। यह बदलाव अगले 7 दिनों तक प्रभावी रहेगा, उसके बाद मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा की जाएगी।

दिल्ली की भीषण गर्मी: 10 वर्षों में सबसे ऊँचा तापमान

मौसम विभाग के अनुसार, 20 जून को रिकॉर्ड किया गया तापमान पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक है। राजधानी के कुछ हिस्सों जैसे पालम, मयूर विहार और रोहिणी में तापमान 46 डिग्री तक पहुँच गया। लू चलने और धूप में नमी की कमी के कारण स्थिति और भी ज़्यादा गंभीर हो गई।

इस भीषण गर्मी का सबसे ज़्यादा असर स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते दो दिनों में कई स्कूलों में बच्चे बेहोश होने, सिरदर्द और चक्कर आने की शिकायत लेकर क्लास से बाहर लाए गए। यही कारण रहा कि शिक्षा विभाग को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा।

शिक्षा विभाग का आदेश: केवल सुबह की शिफ्ट

दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशक ने सभी स्कूलों को आदेश दिया है कि वे अगले 7 दिनों तक केवल सुबह की पाली में ही कक्षाएं संचालित करें। स्कूलों को यह भी निर्देश दिया गया है कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पीने का ठंडा पानी, ORS और छायायुक्त स्थानों की सुविधा दी जाए।

साथ ही यह भी कहा गया है कि स्कूल ड्रेस को लेकर नरमी बरती जाए — बच्चे चाहें तो हल्के, ढीले और आरामदायक कपड़े पहन सकते हैं।

अभिभावकों की प्रतिक्रिया

अभिभावकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। रोहिणी निवासी साक्षी अग्रवाल कहती हैं, “मेरा बेटा पहली कक्षा में है। वह दोपहर में स्कूल से लौटते समय पूरी तरह थक जाता था। अब सुबह की शिफ्ट से राहत मिलेगी।”

दूसरी ओर, कुछ निजी स्कूलों ने इसे प्रशासनिक चुनौतियों के रूप में देखा है। एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “सभी क्लासेस को 4 घंटों में समेटना शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन हम बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे।”

सरकारी स्कूलों में व्यवस्था सुधारने का निर्देश

दिल्ली नगर निगम (MCD) ने भी अपने अधीन स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे कूलर, पंखे और साफ़ पानी की विशेष व्यवस्था करें। कइयों ने शिकायत की थी कि गर्मी के बावजूद कक्षा में पंखे काम नहीं कर रहे थे और बच्चों को पानी बाहर से लाना पड़ता था।

नगर निगम कमिश्नर ने अधिकारियों से 48 घंटों के अंदर रिपोर्ट माँगी है कि किन स्कूलों में अभी भी सुविधा की कमी है।

डॉक्टरों की चेतावनी

AIIMS दिल्ली के डॉक्टरों ने बताया है कि 40 डिग्री से ऊपर तापमान में छोटे बच्चों को तेज़ धूप से दूर रखना चाहिए। गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, घबराहट, सिर दर्द, चक्कर आना और हीट स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।

उन्होंने सलाह दी है कि बच्चों को नींबू पानी, नारियल पानी और ORS नियमित रूप से दिया जाए और धूप में जाते समय टोपी पहनाई जाए।

आगे की स्थिति

मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 3–4 दिन और भी अधिक गर्म हो सकते हैं। 23 जून को आंधी-बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। तब तक स्कूलों का बदला हुआ समय लागू रहेगा।

दिल्ली में हर साल गर्मी एक सामान्य बात होती है, लेकिन इस साल का जून महीने का तापमान असाधारण है। ऐसे में स्कूल समय बदलना न सिर्फ आवश्यक, बल्कि ज़िम्मेदारी भरा कदम भी है। आने वाले दिनों में मौसम का रुख और प्रशासन की तैयारियाँ यह तय करेंगी कि क्या और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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